चतुर्दिक्
[लेखक], शिवप्रसाद सिंह
राजकमल प्रकाशन, 1972
1. संस्करण
Caturdik
Essays
In Hindi
PUB: Dillī : Rājakamala Prakāśana
Consists of four sections: 1. विधेय : सार्वत्रिक -- 2. परस्मैपद भूतकाल : पाँच श्रद्धांजलियाँ -- 3. द्विवचन : तीन अन्तर्वार्ताएँ -- 4. आत्मनेपद : तीन आत्मवीक्षाएँ