ID:DA00932937
Amritachandra, 10th cent
Amrtachandra Suri, 10th cent
Sūri, Amṛtacandra, 10th cent
Suri, Amritachandra, 10th cent
Сури, Амритачандра, 10th cent
अमृतचन्द्र
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English translation by Barend Faddegon ; edited with an introduction by F. W. Thomas
Cambridge University Press 2014, c1935
: paperback
所蔵館1館
edited with an introduction by Jagdish Prasad Jain
Kaveri Books 2014
所蔵館3館
अमृतचन्द्रसूरि विरचित ; foreword by Āchārya 108 Vidyānanda Muni ; English translation, and edited by Vijay K. Jain
Vikalp 2012
Н.А. Железнова
Издательская фирма "Восточная литература" 2012 История восточной философии
所蔵館2館
श्रीमद्भगवत्कुन्दकुन्दाचार्यदेवविरचितः ; पत्रालाल जैनेन सम्पादितः संशोधितश्च
श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल : श्रीमद् राजचंद्र आश्रम 2009 5. संस्करण श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला
edited with an introduction by Jagdish Prasad Jain "Sadhak"
Radiant Publishers 2007
by Amṛtacandra Sūri ; english translation by Barend Faddegon
Jain Pub [2006?] [Repr.]
: pbk
कुन्दकुन्दाचार्यविरचितः ; उपाध्यायोपाह्व-नेमिनाथतनय-आदिनाथेन कुन्दकुन्दाचार्यतत्प्रणीतग्रन्थविस्तृतविमर्शकारिण्या प्रस्तावनया सटिप्पणीकाङ्ग्लानुवादेन विषयसूच्या पाठान्तरादिभिश्चालंकृतः संशोधितश्च
श्रीपरमश्रुतप्रभावक-मंडल, श्रीमद् राजचंद्र आश्रम 1999 सुधारित 5. आवृत्ति श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला
श्रीमद्भगवत्कुन्दकुन्दाचार्यदेवविरचित ; मराठी अनुवादक, धन्यकुमार गंगासा भोरे
श्री महावीर ज्ञानोपासना समिती 1998 3. आवृत्ती
श्रीमद्भगवत्कुन्दकुन्दाचार्यदेवविरचित ; मराठी अनुवादक धन्यकुमार गंगास भोरे
श्री महावीर ज्ञानोपासना समिती 1998
with English translation and commentary based upon Amṛtacandra's Ātmakhyāti by A. Chakravarti
Bharatiya Jnanpith 1997 4th ed भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला English series ; 1
Madhusudan Mishra
Punthi-Pustak 1992
所蔵館4館
by Amrita Chandra Suri ; edited, with an introduction, translation, and original commentaries in English, by Ajit Prasada
Today & Tomorrow's Printers and Publishers 1990 The Sacred books of the Jainas v. 4 , J.L. Jaini memorial series no. 6
श्रीमत्कुन्दकुन्दाचार्यविरचितः ; उपाध्यायोपाह्व-नेमिनाथतनय-आदिनाथेन श्रीमत्कुन्दकुन्दाचार्यतत्प्रणीतग्रन्थविस्तृतविमर्शकारिण्या प्रस्तावनया सटिप्पणीकाङ्ग्लानुवादेन विषयमूच्या पाठान्तरादि-भिश्चालंकृतः संशोधितश्च
श्रीपरमश्रुत प्रभावक मण्डल 1984 सुधारित 4. आवृत्ति श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला 6
अमृतचन्द्र सूरि विरचित ; अनुवादक-सम्पादक, पन्नालाल जैन
श्री गणेश वर्णी दि० जैन संस्थान 1981 1. आवृत्ति श्री गणेश वर्णी दि० जैन संस्थान पुष्प 2
संपादक, पद्मनाभ जैनी
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामंदिर 1978 Lalbhai Dalpatbhai series 62
所蔵館10館
अमृतचन्द्राचार्यविरचित
श्रीपरमश्रुतप्रभाचक-मंडल, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम 1977 6. संस्करण श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला 7
edited in the present form by A.N. Upadhye
Bharatiya Jnanpith Publication 1975 1st ed भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला English series ; 4
所蔵館9館
कुन्दकुन्दाचार्यविरचितः ; पन्नालाल जैनेन सम्पादितः संशोधितश्च
परमश्रुतप्रभावक मण्डल, श्रीमद्राजचन्द्र आश्रम 1974 2. आवृत्तिः श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला 17
श्रीमद्आचार्य कुंदकुंददेवविरचित ; मूळ गाथा, संस्कृत छाया, अन्वयार्थ श्रीमत् अमृतचंद्राचार्यविरचित तत्तवदीपिका संस्कृत टीका, तिचा अर्थ व भावार्थ तसेच आ. जयसेन यांची तात्पर्यवृत्ती संस्कृत टीका ; सराठी अनुवादक धन्यकुमार गंगासा भोरे
श्री महावीर ज्ञानोपासना समिति 2517 [1974]
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