एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ
यूपी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का टेंडर रद्द करने को मंजूरी दे दी है। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। फैसले की जानकारी देते हुए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि लखनऊ से गाजीपुर तक बनने वाले इस एक्सप्रेस-वे की प्रक्रिया अब नए सिरे से शुरू होगी। एसपी सरकार में एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए छह कंपनियों को टेंडर की मंजूरी दी थी। यह प्रक्रिया तब शुरू होगी, जब 80 फीसदी तक जमीन का अधिग्रहण कर लिया जाए। अभी केवल 40.17 फीसदी जमीन का अधिग्रहण ही हुआ है।
महाना ने बताया कि 11 मई तक पुराने टेंडर की अवधि पूरी हो गई थी। सरकार ने इसे न बढ़ाकर रद्द करने का फैसला कर लिया है। अब नए टेंडर करके इस एक्सप्रेस वे को दो साल में पूरा कर लिया जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे करीब 354 किलोमीटर का होगा।
नए टेंडर में कम होगी कीमत
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए अब नए सिरे से निविदाएं मंगवाई जाएंगी। इसके लिए नए सिरे से शर्तें भी तय होंगी। यूपीडा (उत्तर प्रदेश डिवेलपमेंट अथॉरिटी) से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, इस दौरान जो निविदाएं आएंगी, उससे एक्सप्रेस-वे की कॉस्ट में कुछ कमी आ सकती है। इस एक्सप्रेस-वे के लिए राज्य सरकार ने करीब 19,000 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया है, जिसमें करीब 12,000 करोड़ रुपये निर्माण कार्य में खर्च होने हैं, बाकी 7,000 करोड़ रुपये से जमीन की खरीद होनी है। हालांकि अभी तक 17,187 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है। यही नहीं एक्सप्रेस-वे की लागत में कमी लाने के लिए यूपीडा निर्माण सामग्री सीधे खदानों से लेने की तैयारी भी कर रहा है। इसके लिए यूपीडा के अफसर माइनिंग विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे।
[フレーム]
समाजवादी नाम हटेगा
सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में समाजवादी नाम हटा दिया है। अब यह एक्सप्रेस-वे केवल पूर्वांचल एक्सप्रेस के नाम से जाना जाएगा। मंत्री सतीश महाना ने कहा कि पिछली सरकार ने हर योजना के पीछे समाजवादी शब्द लगा दिया था। एम्बुलेंस के बाद अब सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भी समाजवादी शब्द हटाने का फैसला किया है।
अयोध्या-वाराणसी से भी जुड़ेगा एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे अब अयोध्या से भी लिंक रोड से जुड़ सकेगा। सरकार ने यूपी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया है। यह लिंक रोड करीब 25 किलोमीटर की होगी। इससे दिल्ली से अयोध्या पहुंचने में सैलानियों को करीब छह घंटे का वक्त लगेगा, जिससे अब तक 12 से 13 घंटे लगते हैं। वहीं लखनऊ से भी अयोध्या की दूरी डेढ़ घंटे में पूरी हो जाएगी। इसके अलावा वाराणसी को भी लिंक रोड से जोड़ा जाएगा, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की यह लिंक रोड आजमगढ़ से जोड़ी जाएगी, इसके लिए करीब 80 किलोमीटर की लिंक रोड बनाई जाएगी।
विधानसभा सुरक्षा में भर्ती होने की योग्यता इंटर हुई
विधानसभा सचिवालय में तैनात विधान भवन रक्षकों की भर्ती की नियमावली में बदलाव कर दिया गया है। अभी तक भर्ती का मानक हाईस्कूल था, जिसे बढ़ाकर इंटरमीडिएट करने की मंजूरी मंग़लवार को दे दी गई है। इसके लिए यूपी कैबिनेट ने विधानसभा सचिवालय की भर्ती नियमावली में बदलाव किया है।
महिलाएं भी शामिल होंगी सुरक्षा में
विधानसभा की सुरक्षा में महिलाओं को भी भागीदारी मिल सकेगी। इसके लिए नियमावली में महिला शब्द को जोड़ दिया गया है। अभी तक महिलाओं को भर्ती तो किया जाता था, पर उनके लिए अलग से भर्ती की नियमावली नहीं थी। मंगलवार को कैबिनेट ने नियमावली में इस शब्द को जोड़ने को भी मंजूरी दे दी है।
यूपी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का टेंडर रद्द करने को मंजूरी दे दी है। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। फैसले की जानकारी देते हुए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि लखनऊ से गाजीपुर तक बनने वाले इस एक्सप्रेस-वे की प्रक्रिया अब नए सिरे से शुरू होगी। एसपी सरकार में एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए छह कंपनियों को टेंडर की मंजूरी दी थी। यह प्रक्रिया तब शुरू होगी, जब 80 फीसदी तक जमीन का अधिग्रहण कर लिया जाए। अभी केवल 40.17 फीसदी जमीन का अधिग्रहण ही हुआ है।
महाना ने बताया कि 11 मई तक पुराने टेंडर की अवधि पूरी हो गई थी। सरकार ने इसे न बढ़ाकर रद्द करने का फैसला कर लिया है। अब नए टेंडर करके इस एक्सप्रेस वे को दो साल में पूरा कर लिया जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे करीब 354 किलोमीटर का होगा।
नए टेंडर में कम होगी कीमत
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए अब नए सिरे से निविदाएं मंगवाई जाएंगी। इसके लिए नए सिरे से शर्तें भी तय होंगी। यूपीडा (उत्तर प्रदेश डिवेलपमेंट अथॉरिटी) से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, इस दौरान जो निविदाएं आएंगी, उससे एक्सप्रेस-वे की कॉस्ट में कुछ कमी आ सकती है। इस एक्सप्रेस-वे के लिए राज्य सरकार ने करीब 19,000 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया है, जिसमें करीब 12,000 करोड़ रुपये निर्माण कार्य में खर्च होने हैं, बाकी 7,000 करोड़ रुपये से जमीन की खरीद होनी है। हालांकि अभी तक 17,187 करोड़ रुपये की लागत तय की गई है। यही नहीं एक्सप्रेस-वे की लागत में कमी लाने के लिए यूपीडा निर्माण सामग्री सीधे खदानों से लेने की तैयारी भी कर रहा है। इसके लिए यूपीडा के अफसर माइनिंग विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे।
[フレーム]
समाजवादी नाम हटेगा
सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में समाजवादी नाम हटा दिया है। अब यह एक्सप्रेस-वे केवल पूर्वांचल एक्सप्रेस के नाम से जाना जाएगा। मंत्री सतीश महाना ने कहा कि पिछली सरकार ने हर योजना के पीछे समाजवादी शब्द लगा दिया था। एम्बुलेंस के बाद अब सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भी समाजवादी शब्द हटाने का फैसला किया है।
अयोध्या-वाराणसी से भी जुड़ेगा एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे अब अयोध्या से भी लिंक रोड से जुड़ सकेगा। सरकार ने यूपी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया है। यह लिंक रोड करीब 25 किलोमीटर की होगी। इससे दिल्ली से अयोध्या पहुंचने में सैलानियों को करीब छह घंटे का वक्त लगेगा, जिससे अब तक 12 से 13 घंटे लगते हैं। वहीं लखनऊ से भी अयोध्या की दूरी डेढ़ घंटे में पूरी हो जाएगी। इसके अलावा वाराणसी को भी लिंक रोड से जोड़ा जाएगा, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की यह लिंक रोड आजमगढ़ से जोड़ी जाएगी, इसके लिए करीब 80 किलोमीटर की लिंक रोड बनाई जाएगी।
विधानसभा सुरक्षा में भर्ती होने की योग्यता इंटर हुई
विधानसभा सचिवालय में तैनात विधान भवन रक्षकों की भर्ती की नियमावली में बदलाव कर दिया गया है। अभी तक भर्ती का मानक हाईस्कूल था, जिसे बढ़ाकर इंटरमीडिएट करने की मंजूरी मंग़लवार को दे दी गई है। इसके लिए यूपी कैबिनेट ने विधानसभा सचिवालय की भर्ती नियमावली में बदलाव किया है।
महिलाएं भी शामिल होंगी सुरक्षा में
विधानसभा की सुरक्षा में महिलाओं को भी भागीदारी मिल सकेगी। इसके लिए नियमावली में महिला शब्द को जोड़ दिया गया है। अभी तक महिलाओं को भर्ती तो किया जाता था, पर उनके लिए अलग से भर्ती की नियमावली नहीं थी। मंगलवार को कैबिनेट ने नियमावली में इस शब्द को जोड़ने को भी मंजूरी दे दी है।